जुबली स्टार दिनेशलाल यादव निरहुआ की फिल्म ‘बॉर्डर’ पर विवादित
टिप्पणी करने के मामले में कुछ पत्रकार पर भोजपुरी सेलिब्रिटी में
जबरदस्त गुस्सा देखने को मिल रहा है। पहले ही निरहुआ और रानी इस मामले
में भोजपुरी फिल्मों के प्रति नकारात्मकता फैलाने वाले पत्रकारों पर जमकर
भड़ास निकाला था, अब निरहुआ के सपोर्ट
में इंडस्ट्री के एक और अभिनेता साथ आ गए। पावर स्टार संजीव मिश्रा ने भी
उन पत्रकारों पर भोजपुरी सिनेमा के प्रति नकारात्मकता फैलाने का आरोप
लगाया। संजीव ने कहा कि हमारे देश का संविधान किसी को चरित्र हनन का अधिकार
नहीं देता है।
उन्होंने
कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं, जो पत्रकारिता की वजह से मिलने वाली आजादी का
फायदा उठा कर बिना किसी बेस के भोजपुरी इंडस्ट्री के बारे में स्टूपिडिटी
फैलाते रहते हैं। यह कहीं से भी जायज नहीं है। संजीव मिश्रा ने कहा कि
आखिर क्यों ये भोजपुरी इंडस्ट्री के बारे में हमेशा निगेटिव लिखते हैं?
समस्याएं तो हर जगह हैं। लेकिन ऐसे लोगों का माइंडसेट हो गया जानबूझ कर
भोजपुरी इंडस्ट्री को बदनाम करने की। क्या भारत सरकार ने ऐसे लोगों को
किसी के छवि और चरित्र हनन करने का अधिकार देती है? ये सूत्र के हवाले से
लिखते हैं। आखिर कौन है इनका सूत्र? फिल्म ‘बॉर्डर’ सफलतापूर्व चल रही है।
दर्शक सिनेमाघरों में आ रहे हैं। ऐसे में ये लोग कैसे कह सकते हैं कि
दिनेशलाल यादव निरहुआ को फिल्म से 50 से 70 लाख का लॉस हुआ है?
संजीव ने कहा कि आप खुद को प्रोफेशनल जर्नालिस्ट कहते हैं, मगर आप खुद जर्नलिज्म के इथिक्स की धज्जियां उड़ा रहे हो। आप निरहुआ को मेंटली ह्रास कर रहे हो। आखिर ऐसा क्यों हुआ कि दिनेशलाल यादव को अपना पेशेंस खोना पड़ा? ऐसी हरकतों से किसी को उनकी फिलिंग का अंदाजा है, कि वे कितना हर्ट हुए हैं? ये पत्रकार उनके प्रति डिजिटल मीडिया में प्रोपगेंडा फैला रहे हैं। इनका सार्वजनिक विरोध होना चाहिए।
संजीव ने कहा कि आप खुद को प्रोफेशनल जर्नालिस्ट कहते हैं, मगर आप खुद जर्नलिज्म के इथिक्स की धज्जियां उड़ा रहे हो। आप निरहुआ को मेंटली ह्रास कर रहे हो। आखिर ऐसा क्यों हुआ कि दिनेशलाल यादव को अपना पेशेंस खोना पड़ा? ऐसी हरकतों से किसी को उनकी फिलिंग का अंदाजा है, कि वे कितना हर्ट हुए हैं? ये पत्रकार उनके प्रति डिजिटल मीडिया में प्रोपगेंडा फैला रहे हैं। इनका सार्वजनिक विरोध होना चाहिए।
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